खो गए तुम
- salil05
- May 2
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भीड़ ही भीड़ में खो गए तुम
कहो, कितने बड़े हो गये तुम
शोर के ज़र्रे चल रहे थे उधर
एक आहट से रहकर हो गए तुम
सब की शक्लों की हंसी देखी तो
पागल हो गये और हंस दिए तुम
आज क्यूँ शख्सियत-ए-रंग
सबमें घुल के काले हो गये तुम

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